🧵 रक्षाबंधन: कब से, कैसे और क्यों मनाया जाता है? जानिए इस पवित्र त्योहार का पूरा इतिहास और महत्व
भारत एक ऐसा देश है जहाँ हर त्योहार सिर्फ रिवाज नहीं, बल्कि रिश्तों की आत्मा होता है। इन्हीं में से एक है — रक्षाबंधन, जो भाई-बहन के अमूल्य रिश्ते का सबसे सुंदर उत्सव है।
राखी बांधना एक भावनात्मक परंपरा है, जिसमें बहन अपने भाई की लंबी उम्र और सुरक्षा की कामना करती है और भाई उसकी रक्षा का वचन देता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है —
रक्षाबंधन कब से मनाया जा रहा है?
कैसे इसकी शुरुआत हुई?
और क्यों ये त्योहार इतना खास है?
आइए जानें इस प्यारे त्योहार की कहानी…
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📜 रक्षाबंधन कब से मनाया जा रहा है?
रक्षाबंधन का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। यह वैदिक काल से मनाया जा रहा है। 'रक्षाबंधन' शब्द दो शब्दों से बना है: "रक्षा" (सुरक्षा) और "बंधन" (बंधन या डोर) — यानी एक ऐसा बंधन जिसमें रक्षा का वादा शामिल हो।
👉 प्राचीन संदर्भ:
महाभारत में जब श्रीकृष्ण ने द्रौपदी की साड़ी की रक्षा की थी, तो बदले में द्रौपदी ने श्रीकृष्ण की उंगली से खून निकलने पर अपने आँचल से पट्टी बांधी थी। इसे ही रक्षाबंधन का आदिकालीन रूप माना जाता है।
राजपूताना इतिहास में, रानी कर्णावती ने हुमायूं को राखी भेजकर अपनी रक्षा की गुहार की थी — तब से राखी सिर्फ भाई-बहन तक सीमित नहीं रही, बल्कि भावनात्मक रिश्तों का प्रतीक बन गई।
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🎉 रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है?
रक्षाबंधन श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से पवित्र और शुभ माना जाता है।
🌅 सुबह से शुरू होती है तैयारी:
बहनें रंगीन राखियाँ, मिठाइयाँ और पूजा की थाली तैयार करती हैं।
भाई साफ कपड़े पहनकर बहनों के सामने बैठते हैं।
बहनें भाई को तिलक लगाती हैं, आरती उतारती हैं, राखी बांधती हैं और मिठाई खिलाती हैं।
भाई गिफ्ट देता है और जीवनभर रक्षा का वादा करता है।
👉 आधुनिक समय में, अब लोग वीडियो कॉल के ज़रिए, ई-राखी या डिजिटल गिफ्ट्स से भी यह पर्व मनाते हैं। NRI लोग भी अपने भाई-बहन को ऑनलाइन मिठाइयाँ और राखियाँ भेजते हैं।
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🙏 रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है?
रक्षाबंधन सिर्फ एक त्योहार नहीं, संवेदनाओं और भरोसे का उत्सव है।
यह रिश्तों को मजबूत करने का मौका होता है।
बहन की शुभकामनाओं में भाई की उन्नति छिपी होती है।
भाई के वचनों में बहन की सुरक्षा का भाव होता है।
👉 यह पर्व हमें अपने रिश्तों को समय देने, उन्हें संजोने और निभाने की प्रेरणा देता है।
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🌍 रक्षाबंधन का सामाजिक संदेश
राखी अब सिर्फ भाई-बहन तक सीमित नहीं रही —
आज बहनें बहनों को भी राखी बांधती हैं
दोस्त, शिक्षक, सैनिक, और यहाँ तक कि पेड़ों को भी लोग राखी बांधते हैं
👉 संदेश साफ है — जहाँ प्रेम, विश्वास और रक्षा का भाव है, वहाँ राखी बंधी जा सकती है।
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🔚 निष्कर्ष
रक्षाबंधन एक ऐसा पर्व है जो सदियों से हमें जोड़ता आ रहा है —
इतिहास से वर्तमान तक, गाँव से शहर तक, घर से दिल तक।
ये सिर्फ धागा नहीं, एक वादा है — जीवनभर साथ निभाने का।
इस रक्षाबंधन पर आप भी रिश्तों को समय दें, एक प्यारा गिफ्ट दें और अपने भाई-बहन को बताएं कि वो आपके लिए कितने खास हैं।